DETAILS, FICTION AND SHIV CHALISA IN HINDI

Details, Fiction and shiv chalisa in hindi

Details, Fiction and shiv chalisa in hindi

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ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी

शिव चालीसा भगवान भोलेशंकर को समर्पित है। इस शिव चालीसा का नियमित पाठ करने से महादेव आशीर्वाद प्रदान करते है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करते है।

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

It is made up of forty verses (chalisa), created from the Hindi language. The chalisa is structured inside of a poetic format and is particularly greatly recited by devotees as a way to praise and request blessings from Lord Shiva.

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥

जरत सुरासुर भए विहाला ॥ कीन्ही दया तहं करी सहाई ।

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥

नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

Whosoever delivers incense, Prasad and performs arati to Lord Shiva, with really like and devotion, enjoys content contentment and spiritual bliss In this particular planet and hereafter ascends towards the abode of Lord Shiva. The poet prays that Lord Shiva taken out the struggling of Shiv chaisa all and grants them eternal bliss.

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

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